जल की दिन-प्रतिदिन बढ़ती मांग के साथ जरूरी हो गया है कि हम अपनी आवश्यकता अनुसार प्राकृतिक रूप में जल का अधिक से अधिक संरक्षण करे। वर्षा का पानी एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्त्रोत है। वर्षा का पानी नदियों एवं छोटे जल संग्रहों को भरता है। आवश्यकता है कि हम अपने स्तर पर वर्षा के जल का संरक्षण करे और इसके लिए हम निर्धारित पाईप लाइन द्वारा इस जल को एक भुमिगत टंकी में सजों ले। इस प्रक्रिया को निम्न प्रकार से काम में लाया जाता है।
तिरछी छत वाले घरों में वर्षा जल संरक्षण पाईपलाइन (Rain water Harvesting pipe line in houses with slanting roofs
तिरछी छत वाले घरों में वर्षा जल संरक्षण पाईपलाइन तिरछी छत वाले घरों पर पानी इक्ट्ठा नहीं होता बल्कि नीचे की ओर अग्रसर होता है और निम्नलिखित साधनो के माध्यम से भुमिगत टैंक तक जाता है।
गटर आउटलैट (Gutter Outlet): तिरछी छत के चारों ओर एक फ्लैट बैड बना दिया जाता है जो थोडा गहरा होता है जिससे छत से नीचे की ओर आता जल नीचे गिरने के बजाए गटर आउटलैट की ओर बढ़ती है। गटर आउटलैट एक
निकासी द्वार की तरह होता है जिसके माध्यम से छत का पानी पाईप के माध्यम से नीचे जाता है।
बैण्ड पाईप (Bend pipe): बैण्ड पाईप एक झुका हुआ जोड़ होता है जो गटर आउटलैट के नीचे लगता है। इसके घुमावदार बनावट के कारण यह गटर से आते पानी को निचे की ओर भेजता है।
डाउन पाईप/रेन वॉटर पाईप (Doen pipe/Rain water pipe): यह एक सीधे आकार की लम्बी पाईप होती है जो भवन की दीवार के साथ ब्रेकिट एवं क्लैम्प की मदद से लगायी जाती है। इस पाईप का काम छत से जल को धरा तक लाने का होता है।
ऑफसैट पाईप (Offset pipe): ऑफसेट पाईप का एक
नीचे की ओर झुका हुआ जोड़ होता है जो डाउन पाईप के नीचे लगता है। इसका कार्य डाउन पाईप से आते जल को रिज़रबोयर तक ले जाने का होता है।
ग्राऊड रिज़रवोयर (Ground Reservoir): यह वह
भूमिगत टंकी होती है जिसमें वर्षा के पानी का भण्डारण किया जाता है। इस टैंक से मोटर, हैण्डपम्प इत्यादि के माध्यम से पानी लेकर प्रयोग किया जाता है।
आवश्यकता अनुसार अन्य उपकरण (Additional installa- tions as per need)
स्क्रीन (Screen) : वर्षा के पानी के साथ आई गन्दगी को टंकी में जाने से रोकने के लिए टंकी की इनलैट से पहले स्क्रीन लगाई जाती है जिससे गन्दगी अन्दर न जा सके।
ओवर फ्लो पाईप (Over flow pipe) : यह पाईप भूमिगत टंकी के साथ लगाई जाती है। इसका उद्देश्य टंकी भर जाने पर अतिरिक्त जल को बाहर निकालना होता है।
बहुत अच्छा
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें
Do leave your comments